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Tuesday, October 22, 2013

अमृत बरसाती शरद पूर्णिमा


शरद पूर्णिमा की रात को चन्द्रमा की किरणों से अमृत बरसता है | ये किरणें स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायी है | इस रात्रि में शरीर पर हल्के-फुल्के परिधान पहनकर चन्द्रमा की चाँदनी में टहलने, घास के मैंदान पर लेटने तथा नौकाविहार करने से त्वचा के रोमकूपों में चंद्र किरणें समां जाती है और बंद रोम-छिद्र प्राकुतिक ढंग से खुलते है | शरीर के कई रोग तो इन चंद्र-किरणों के प्रभाव से ही धीरे-धीरे दूर होने लगते है |
इन चंद्र-किरणों से त्वचा का रंग साफ़ होता है, नेत्रज्योति बढती है एवं चेहरे पर गुलाबी आभा उभरने लगती है | यदि देर तक पैरों को चंद्र-किरणों का स्नान कराया जाय तो ठंड के दिनों में तलुए, एडियाँ, होंठ फटने से बचे रहते हैं |
चन्द्रमा की किरणें मस्तिष्क के लिए अति लाभकारी हैं | मस्तिष्क की बंद तहें खुलती हैं, जिससे स्मरणशक्ति में वृद्धि होती है | साथ ही सिर के बाल असमय सफेद नहीं होते हैं |

शरद पूर्णिमा की चाँदनी के स्वास्थ्य-प्रयोग

·         दो पके सेवफल के टुकड़े करके शरद पूर्णिमा को रातभर चाँदनी में रखने से उनमें चंद्रकिरणें और ओज के कण समा जाते हैं | सुबह खाली पेट सेवन करने से कुछ दिनों में स्वास्थ्य में आश्चर्यजनक लाभकारी परिवर्तन होते हैं |

·         इस दिन रात को चाँदनी में सेवफल २ – ३ घंटे रख के फिर उसे चबा – चबाकर खाने से मसूड़ों से खून निकालने का रोग ( स्कर्वी ) नहीं होता तथा कब्ज से भी छुटकारा मिलता है |  

·         २५० ग्राम दूध में १ – २ बादाम व २ – ३ छुहारों के टुकड़े करके उबालें | फिर इस दूध को पतले सूती कपड़े से ढंककर चंद्रमा की चाँदनी में २ – ३ घंटे तक रख दें | यह दूध औषधीय गुणों से पुष्ट हो जायेगा | सुबह इस दूध को पी लें |

·         सोंठ, कालीमिर्च और लौंग डालकर उबाला हुआ दूध चाँदनी रात में २ – ३ घंटे रखकर पीने से बार-बार जुकाम नहीं होता, सिरदर्द में लाभ होता है |

·         इस रात्रि में ३ – ४ घंटे तक बदन पर चन्द्रमा की किरणों को अच्छी तरह पड़ने दें | इससे त्वचा मुलायम, कोमल व कंचन – सी दमकने लगेगी |

·         तुलसी के १० – १२ पत्ते एक कटोरी पानी में भिगोकर चाँदनी रात में २ – ३ घंटे के लिए रख दें | फिर इन पत्तों को चबाकर खा लें व थोडा पानी पियें | बचे हुये पानी को छानकर एक-एक बूंद आँखों से धुँधला दिखना, बार-बार पानी आना आदि में इससे लाभ होता है | तुलसी के पानी की बुँदे चंद्रकिरणों के संग मिलकर प्राकृतिक अमृत बन जाती हैं | (दूध व तुलसी के सेवन में दो-ढाई घंटे का अंतर रखें | )

Sharad Purnima - The night of Ambrosia
On the night of Sharad Purnima, it rains ambrosia from the moon rays. These rays are extremely beneficial towards one's health. On this night, one should wear light clothes and go for a stroll in the moonlit night across a grassy playground or take a boat ride so that your skin can absorb these moon rays and naturally augment opening up of the skin pores. Many hidden ailments inside the body slowly begin to wane away.
It lightens the skin tone of the body, enhances eye sight and brings forth a rosy skin tone on the face. If one can soak the rays on the feet for  long time, then one can prevent cracking of skin near the sole, ankle and lips during cold weather.
The moon rays are extremely beneficial for the brain. It opens up new nerve channels which augment memory. Also, early greying of hair is prevented.
Health tips by use of moonlight of Sharad Purnima 

- Place pieces of two ripe apples such that they can soak the moonlight throughout the entire night. By morning, they completely absorb the effulgence of moonrays. Taking them on an empty stomach in the morning brings forth exemplary improvement in the health of a person.
- On this night, if one eats apples which have been soaked in moonlight for 2-3 hours atleast and chews them properly while eating, then he is freed from bleeding gums disease and constipation permanently.
- Put 1-2 almonds and 2-3 date palm in 250 grams of milk and boil it. Then, cover this milk with a thin cotton cloth for about 2-3 hours. This milk is now becomes empowered with medicinal properties. Drink this milk next day morning.
- Milk boiled with Dry ginger, black pepper and cloves and placed in moonlight for 2-3 hours, becomes extremely potent is curing frequent colds and headaches.
- Allow the moon rays to fall on the bare body for 3-4 hours. This will make the skin supple, soft, and radiate spiritual composure.
- Take 10-12 Basil leaves soaked in water and place it in moonlight for 2-3 hours. Then, chew the Basil leaves properly and take a little sip of water too. Sieve the remnant water and put 1-1 drops in your eyes. Then, ailments like blurry vision, excess watering of eyes, etc will get alleviated. The extract from Basil along with the moon rays form a natural ambrosial mix. (Maintain atleast 2-3 hours gap between consumption of milk and Basil)
-  Rishi Prasad Oct' 2013



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