Search This Blog

Tuesday, July 5, 2016

बच्चे – बच्चियों को नींद से उठाने की मधुमय युक्ति

बच्चों को यंत्र के बल से मत जगाओ | अलार्म की ध्वनि अथवा ‘ऐ उठो, उठो, ६ बज गये, ५ बज गये, ७ बज गये ....’ खटखट करके उठाने से ये बच्चे आपके लिए दुःखदायी हो जायेंगे | सुबह बच्चों को उठाओ तो कैसे उठाओ ? पहले आप शांत हो जाओ, आप प्रकाश में आ जाओ, अमृतमय ईश्वर में आ जाओ | बच्चों की गहराई में जो परमेश्वर है वह मोहन है, गोविंद है, गोपाल है, राधारमण है | ‘राधा’, उलटा दो तो ‘धारा’, वृत्ति की धारा उलटा दो | धारा के द्वारा वह चैतन्य ही तो उल्लसित हो रहा है | बच्चों में भी गहराई में परमात्मा की भावना करो, फिर बोलो :

जागो मोहन प्यारे, जागो नंददुलारे |
जागो गोविंद प्यारे, जागो हरि के दुलारे ||
जागो लाला प्यारे, लाली दुलारी ......

बच्चे – बच्चियाँ उस परमात्मा की स्मृति से मधुमय हो जायेंगे तो तुम्हारे लिए भी सुखद होंगे और समाज के लिए भी |

सामूहिक रूप से लोगों को जगाना हो तो कहें :

जागो लोगो ! मत सुओ, न करो नींद से प्यार |
जैसा सपना रैन का, वैसा ये संसार ||
श्रीराम जय राम जय जय राम |
गोविन्द हरे गोपाल हरे, जय जय प्रभु दीनदयाल हरे |
सुखधाम हरे आत्माराम हरे, जय जय प्रभु दीनदयाल हरे ||




स्त्रोत – ऋषिप्रसाद – जुलाई २०१६ से 

No comments: