Search This Blog

Wednesday, December 14, 2016

आरोग्य व बुद्धिवर्धक सूर्यस्नान

स्वास्थ्य अगर कमजोर महसूस होता है तो आप नहा – धो के सुबह उगते सूर्य के सामने बैठ जायें, आँखे न लडायें और बदन थोडा खुला हो | आपकी नाभि पर सूर्य – किरणें पड़ें, उस समय आप लम्बा श्वास लेते हुए मन में ‘मैं सूर्य की आभा ( ओरा ), आरोग्यशक्ति को भीतर भर रहा हूँ |’ - ऐसा चिंतन करें, 

फिर श्वास को भीतर ही रोककर ‘ॐ सूर्याय नम: | ॐ आरोग्यप्रदायक नम: | ॐ रवये नम: | ॐ भानवे नम: |...’ आदि मंत्रों का जप करें और फिर धीरे – धीरे श्वास छोड़ें | इस प्रकार प्रतिदिन १०-१२ प्राणायम करने से रोगप्रतिकारक शक्ति, बुद्धिशक्ति बढ़ती है | 

इसके अलावा एक बीजमंत्र भी है जो ख़ास साधक को दिया जाता है, जिससे बुद्धि में निर्विकारिता और सात्त्विकता के चमत्कारिक लाभ होते हैं |


स्त्रोत - ऋषि प्रसाद, दिसम्बर २०१६ से 

No comments: